आधुनिक तकनीक और पारंपरिक खेती के बीच की खाई पाटने निकली कृषिवर्धा एग्रो

जयपुर, 24 फरवरी: कृषिवर्धा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड की आधिकारिक रूप से अब जयपुर में शुरुआत हो चुकी हैं। इस भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन कंपनी के आधिकारिक पते पर किया गया, जिसमें उद्योग जगत के प्रमुख नेताओं, सरकारी प्रतिनिधियों और अन्य महत्वपूर्ण हितधारकों ने भाग लिया। कृषिवर्धा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड अगले कुछ महीनों में अपने संचालन की शुरुआत करेगा और किसानों को उन्नत कृषि समाधानों और टिकाऊ कृषि पद्धतियों से सशक्त बनाएगा।

कृषिवर्धा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड का किसान-केंद्रित दृष्टिकोण कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए तैयार है। इस दृष्टिकोण के तहत, कंपनी किसानों को सशक्त बनाने, उनकी जरूरतों को समझने और उन्हें उन्नत कृषि तकनीकों से जोड़ने पर जोर दे रही है। कृषिवर्धा एग्रो किसानों को नवीनतम तकनीकों, उन्नत बीजों और अन्य कृषि-उपयोगी उत्पादों तक पहुंच प्रदान करेगा, जिससे उनकी पैदावार और लाभ में वृद्धि होगी। कंपनी किसानों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से कृषि पद्धतियों में सुधार करने और स्थायी कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी एवं स्थानीय संसाधनों का उपयोग करने पर जोर देगी, जिससे किसानों की लागत कम होगी और वे अधिक आत्मनिर्भर बन सकेंगे। कंपनी विभिन्न कृषि संगठनों और सरकारी संस्थाओं के साथ सहयोग करेगी ताकि किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके। कृषिवर्धा एग्रो किसानों को उनके उत्पादों के लिए बेहतर बाजार पहुंच प्रदान करने की योजना बना रही है, जिससे वे सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ सकें।

इस अवसर पर कंपनी के सीईओ भानुप्रताप सिंह ने अपने उद्घाटन भाषण में आधुनिक तकनीक और पारंपरिक खेती के बीच की खाई को पाटने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “कृषि हमारे देश की रीढ़ है, लेकिन इसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनका समाधान आधुनिक तकनीकों से किया जा सकता है। कृषिवर्धा एग्रो सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि किसानों को सशक्त बनाने, टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने और भारतीय कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का एक मिशन है।

हमारे सभी प्रमाणपत्र हमारी गुणवत्ता और प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, और हम विश्व स्तरीय उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बाजार में विस्तार की योजना पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि “हमारे आयात-निर्यात क्षमताओं के साथ, हम भारतीय कृषि को वैश्विक स्तर पर ले जाना चाहते हैं, ताकि हमारे किसान और हितधारक अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लाभ उठा सकें।”

कंपनी की मुख्य विपणन अधिकारी (CMO) ऋचा दहिया ने बाजार रणनीति की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसमें नवाचार, पहुंच और किसानों को सशक्त एवं उन्नत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। “कृषिवर्धा एग्रो में, हमारा मानना है कि हर किसान को बेहतरीन उत्पाद और सेवाएं मिलनी चाहिए ताकि वे अपनी पैदावार और लाभ को बढ़ा सकें। हमारी मार्केटिंग रणनीति शिक्षा, सामान्यों तक पहुँच  और साझेदारी पर केंद्रित होगी।” उन्होंने कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचार पर जोर देते हुए कहा, “हम डिजिटल प्लेटफॉर्म, परामर्श सेवाएं और उन्नत एग्रो-टेक समाधानों की शुरुआत कर रहे हैं, जिससे किसानों को वास्तविक समय में ज्यादा जानकारी और संसाधन उपलब्ध होंगे।”

कंपनी के मुख्य संचालन अधिकारी (COO) सदाशिव ने कंपनी के संचालन तंत्र के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि “कुशलता, स्थिरता और विश्वसनीयता हमारी संचालन रणनीति के प्रमुख स्तंभ होंगे। आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन से लेकर ग्राहक सहायता तक, हम एक मजबूत प्रणाली तैयार कर रहे हैं, जिससे किसानों, खुदरा विक्रेताओं और वैश्विक भागीदारों को बेहतरीन सेवाएं मिलेंगी।”

कृषिवर्धा एग्रो का किसान-केंद्रित दृष्टिकोण न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि भारतीय कृषि क्षेत्र में स्थायी विकास को भी प्रोत्साहित करेगा। जैसे-जैसे कंपनी अपने संचालन की शुरुआत करेगी, इसके प्रभावी समाधान कृषि पारिस्थितिकी तंत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद है।

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